बस्तर संभाग वनों से अच्छादित है, यहां वनोपज संग्रहण करना ग्रामीणों की जीवन शैली का हिस्सा है। बस्तर का पर्यावरण इमली फल के लिए अनुकूल माना जाता है। यहां पैदा होने वाली इमली में गुदा अधिक है साथ ही इसका खट्टा-मीठा स्वाद भी मजेदार है।
इमली कई तरह के पोषक तत्वों से भी भरपूर होती है, जैसे विटामिन-सी और विटामिन-ए। इसके अलावा इमली में कैल्शियम, फॉस्फोरस, आयरन, मैंगनीज़ और फाइबर जैसे तत्व की भी अच्छी मात्रा पाई जाती है। इसकी मदद से हमारे शरीर को पीलिया, आंखों की समस्या, सर्दी-ज़ुख़ाम और वज़न कम करने में मदद मिलती है। इमली की तासीर ठंडी होती है।
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