Discover postsExplore captivating content and diverse perspectives on our Discover page. Uncover fresh ideas and engage in meaningful conversations
ये असम के आदिवासी हैं जिन्हें 19वीं शताब्दी की शुरुआत में ब्रिटिश सरकार द्वारा यहां लाया गया था। अब यहां दो शताब्दियों से अधिक समय से बसे हुए हैं, ये जनजातियां अब चाय बागानों में काम नहीं कर रही हैं।
असम सरकार ने उन्हें एक्स टी गार्डन ट्राइब्स टर्म दिया है। इनमें से अधिकांश जनजातियाँ अपनी आजीविका के लिए कृषि पर निर्भर हैं और अपनी परंपरा, रीति-रिवाजों और संस्कृति का पालन करती हैं। कुछ साल पहले, यह पता लगाने के लिए कि क्या ये जनजातियाँ असम में अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा पाने के मानदंडों को पूरा करती हैं, एक अध्ययन करने के लिए एक तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया था। इस समिति ने अपनी रिपोर्ट दे दी है, लेकिन इन जनजातियों को अभी भी इस मुद्दे पर केंद्र सरकार के फैसले का इंतजार है।
लुगू पहाड़ को पर्यटन स्थल बनाने की तैयारी शुरू, डीसी-एसपी ने किया निरीक्षण
ललपनिया स्थित लुगू पहाड़ को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने को लेकर मंगलवार को बोकारो के डीसी कुलदीप चौधरी और एसपी चंदन झा ने निरीक्षण किया. इस संबंध में बताया गया कि पर्यटन विभाग लुगू पहाड़ को पर्यटन स्थल के रूप विकसित करने की योजना पर काम कर रही है. इस योजना को मूर्त रूप देने के लिए निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के दौरान रांची से पहुंचे आर्किटेक्ट विभाग के लोग भी साथ थे. निरिक्षण के क्रम लुगू पहाड़ चढ़ने वाले रास्ते का अवलोकन किया तथा इसके विकास और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए योजना से संबंधित रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश डीडीसी कृति श्री जी को दिया. उन्होंने लुगूबुरु घांटाबाडी धोरोमगाढ सरना समिति के पदाधिकारियों से बात कर इसके विकास के लिए अन्य योजनाओं की जानकारी ली. बताया गया कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए लुगू पहाड़ चढ़ने के लिए सीढ़ियां बनाने के अलावा आराम करने के लिए शेड, पेयजल, शौचालय, लाइट, की व्यवस्था, चेक डैम, का निर्माण होना है. वहीं दोरबारी चट्टान परिसर से सटे स्टेज के पीछे विशाल पार्क का निर्माण कराया जाएगा. पर्यटन के लिए ओपेन एयर थिएटर, फूलों से भरा चिल्ड्रेन पार्क, लुगूबुरु घांटाबाडी परिसर की चहारदीवारी, सुरक्षा व्यवस्था के व्यापक इंतजाम करने की योजना सरकार ने बनाई है
Usul 👡 Sandal Wali | Rat 🌿 Pat Cover | New Santali Video by
Musical 🎹 Madariya 👨🏽🎤
🎧 Dj Doctorz Ramai 🥁
Jamshedpur, Jharkhand
🔴 FOLLOW HIM at 🔴
https://www.tribehool.com/Djdoctorz7209
Hul Johar !
A mass cultural rally was carried out by 𝐒𝐀𝐍𝐓𝐀𝐋 𝐓𝐑𝐈𝐁𝐄 at Gossaigaon Assam on 06th June 2022 for the demand of ST Status and exclusion from the List of Tea Tribes Community. Santals are the indigenous tribes who have their own distinct identity and culture.
#image: Circle Officer & SDPO being greeted in the Santal way of Greetings known as 𝑫𝒐𝒃𝒐𝒌' 𝑱𝒐𝒉𝒂𝒓.
#proudsantal
#wewantst
#wearesantal
#weareindigenous
#wearennotteatribe
#legaldemand
#constitutionalrights
#stisourbirthright
ASSU - The Santals
Himanta Biswa Sarma